
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के एक साल बाद भी महा विकास अघाड़ी (MVA) अपने “कोर सपोर्टर्स” को साथ रखने की कोशिश कर रही है, लेकिन जमीन पर तस्वीर कुछ और ही दिख रही है। इस बीच 43 उपविजेता नेता महायुति खेमे में शामिल हो चुके हैं—जिनमें से सबसे ज़्यादा BJP ने “लैप” में बिठा लिए हैं।
ये दलबदल किसी monsoon rain जैसे नहीं, बल्कि October Sale वाली फ्लैश ऑफर की तरह अचानक और भारी मात्रा में हुए हैं।
कौन कहाँ गया? BJP का सबसे बड़ा डिब्बा फुल
- 26 पूर्व MVA उपविजेता → BJP
- 13 → अजित पवार की NCP
- 7 → एकनाथ शिंदे की Shiv Sena
यानि “Opposition Left, Mahayuti Right” वाला रूट अभी फास्ट लेन पर है।
Election 2024 की फोटो: MVA का बैटरी लो, महायुति का चार्ज 100%
2024 विधानसभा चुनाव में:
- Mahayuti – 235 सीटें
- BJP – 132
- Shiv Sena – 57
- NCP – 41
उधर MVA बस 50 सीटों पर सिमट गया। और यही से शुरू हुआ ये post-poll political migration season।
Shiv Sena (UBT) सबसे “डैमेज” में, Congress भी घायल
MVA के जिन नेताओं ने पाला बदला, उनमें:
- Shiv Sena (UBT): 19
- NCP (SP): 13
- Congress: 10
MVA के तीन निर्दलीय भी महायुति में चले गए — जैसे family wedding में बिना बुलाए शामिल होने वाले रिश्तेदार।
कौन कहाँ मजबूत? BJP का ध्यान तीन बड़े ज़ोन पर
क्षेत्रवार नक्शा बताता है कि:
मराठवाड़ा
कुल 16 दलबदल, 8 BJP, 5 NCP, 3 Shiv Sena मराठवाड़ा BJP का नया “टैलेंट हंट” सेंटर बन गया।
उत्तर महाराष्ट्र
कुल 11 दलबदल, 10 BJP, 1 NCP

यहाँ BJP ने लगभग पूरा “टॉप-10” अपने पास कर लिया।
कोंकण
10 उपविजेता गए महायुति में। 5 BJP, 3 Shiv Sena, 2 NCP कोंकण में Uddhav camp का ग्राउंड थोड़ा और स्मूथ हो रहा है — opponents के लिए।
NCP (Ajit Pawar) का मिशन: मराठवाड़ा + पश्चिम महाराष्ट्र
NCP में शामिल 13 में से 9 इन्हीं दो क्षेत्रों से 6 NCP(SP), 3 Congress, 2 शिवसेना (UBT) ये स्पष्ट करता है कि अजित दादा 2029 की नींव अभी से मजबूत कर रहे हैं।
Shiv Sena (UBT) का आरोप: BJP में टैलेंट की कमी?
पार्टी प्रवक्ता हर्षल प्रधान बोले, “BJP में टैलेंट नहीं है, इसलिए बाहर से leaders import कर रही है।
अब ये ‘BJP’ नहीं, ‘Bogus Janata Party’ हो गई है।”
Political satire खुद अपने आप चल रहा है!
Big Picture: Opposition और कमजोर, Mahayuti और मजबूत
चुनाव के बाद भाजपा-शिवसेना-NCP ने सिर्फ जीत को consolidate ही नहीं किया, बल्कि 2029 के लिए political grid को re-wire करना शुरू कर दिया है।
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